बॉलीवुड का मनोरंजन घट रहा है साउथ फिल्में दर्शकों के दिलों पर राज कर रही यह सच है बीते कुछ सालों में साउथ फिल्मों ने दर्शकों को भर भर कर मनोरंजन दिया जो मनोरंजन बॉलीवुड दर्शकों को देने में असफल रहा है तो आखिर इसके पीछे क्या कारण है कि बॉलीवुड की फिल्में लोगों के द्वारा कम पसंद की जा रही है और साउथ फिल्में ज्यादा पसंद की जा रही है?
पुष्पा 2 की कामयाबी भी यही कहती है। जिसने अभी तक 1800 करोड़ से ज्यादा का कारोबार कर लिया है। और अगर भारत की हजार करोड़ को पार करने वाली फिल्मे जिनकी संख्या आठ है पर नजर डाली जाए तो उनमें से 5 साउथ इंडस्ट्री ने हमें दी है। यह आकङा बताता है कि कैसे बाॅलीवुड के प्रति लोगो का दिलचस्प कम हुआ है।
दर्शको को क्या चाहिए ?
देखिये फिल्में केवल एक अभिनेता के दम पर नही चलती, ना ही एक अभिनेत्री और डायरेक्टर के दम पर चलती है। फिल्म के चलने ना चलने पर एक अभिनेता या अभिनेत्री का योगदान बाद में आता है। मै यह नही कहता कि इनका कोई योगदान नहीं है। सबसे पहले एक अच्छी कहानी फ़िल्म को मनोरंजन से भरती है। एक अच्छी कहानी जो दर्शकों को थियेटरों में अपनी सीट से चीपके रहने पर मजबूर कर दे, का योगदान होता है। एक कहानी ही किसी फिल्म की नींव होती है। तो फ़िल्म के प्रति लोगों का प्यार एक कहानी से ही आता है।
कहानी के बाद हम डायरेक्टर को रखते है। कि उन्होंने फिल्म का डायरेक्शन कैसे किया है। कहानी को लोगों को कैसे दिखाया जाए कैसे वियुजयल दर्शक के सामने रखे जाए। कुल मिलाकर कागज पर लिखी एक कहानी को कैसे बेहतरीन वियुजयल दिया जाए। यह तभी संभव है जब एक डायरेक्टर अपनी कल्पनाओं को हकीकत रूप दे पायें। और इन सब के बाद आते है अभिनेता और अभिनेत्री तथा सारा स्टाॅफ जो उस फिल्म में शामिल है।
आपने "Kill" तो देखी ही होगी जिसमे पूरी कहानी एक ट्रेन की होती है। भर भर के एक्सन और मनोरंजन, उसकी नींव अच्छी थी, यानि कहानी। उसमे कोई बडी कास्ट नही थी। लेकिन जो थी उसने क्या काम किया,बेहतरीन। तो यह फिल्म बताती है कि कैसे एक कहानी दर्शकों को अपनी और खीचती है।
एक दर्शक होने के नाते आप भी यहीं चाहते है कि फिल्म की कहानी अच्छी हो बाकी कुछ और हो ना हो कहानी नई हो, अपनी एक अलग पहचान रखती हो। तो इसी लिए दर्शक को एक कहानी चाहिए होती है।
बाॅलीवुड के मनोरंजन में कमी के कारण
बाॅलीवुड फिल्मों मे मनोरंजन की कमी है, क्योंकि यहाँ बजट तो खुब है लेकिन नई कहानी की कमी है। बाॅलीवुड कहानी पर बिल्कुल काम नही कर रहा। नई कहानी नही है जिसकी वजह से दर्शकों को मनोरंजन नही मिल पाता। और जैसा की हमने ऊपर बताया है। एक फिल्म का आधार ही उसकी कहानी होती है, और यहाँ वही नही है। बाॅलीवुड रीमेक और सिक्वल पर काम कर रहा है। जिसकी वजह से दर्शकों को नई कहानी नही मिल पा रही है।
यही कारण है कि दर्शकों की रूचि बाॅलीवुड से घटती जा रही है। कहानी नही होने के कारण दर्शकों को बार बार पुरानी और ना जुडने वाली कहानी को देखना तंग करता है।
साऊथ सिनेमा की बढ़ती लोकप्रियता
साऊथ सिनेमा बाॅलीवुड के विपरीत नई कहानी पर काम करता है। जिससे दर्शकों को एक नई ताजा कहानी मिलती है। जिससे दर्शक ज्यादा जुड़ पाते है। फिर चाहे वह बाहुबली हो या केजिफ या हाल फिलहाल मे रिलीज हुई पुष्पा। यह सब नई कहानी और जबरदस्त ऐक्टिंग का परिचय है, और यह कारण है कि साऊथ फिल्मे लोकप्रियता बटोर रही है। साऊथ फिल्मे अपनी संस्कृति से भी जोड़ रही है।
साऊथ फिल्मो का बाॅक्स ऑफिस कलेक्शन साफ साफ इशारा करता है कि कैसे साऊथ फिल्मे लोकप्रियता बटोर रही है। और जैसा की दर्शक चाहते है नई कहानी, जो उन्हें साऊथ सिनेमा दे रहा है।
निष्कर्ष
बाॅलीवुड फिल्मों में नई कहानी की कमी के कारण और रीमेक, सीक्वेल पर काम करने से उनकी लोकप्रियता मे कमी आ रही है। वहीँ साऊथ की फिल्मे नई कहानी के साथ दर्शकों के द्वारा खुब पसंद की जा रही है। किसी भी फिल्म का आधार एक कहानी ही होती है। जो दर्शकों मे रोमांच पैदा करती है और उन्हें थियेटर मे अपनी सीट पर जमे रहने के लिए मजबूर करती है। यह कहानी की ही ताकत है जिसने साऊथ फिल्मो के प्रति लोगों को आकर्षित किया है।